| नक्षत्र | पुनर्वसु |
| नक्षत्र देवता | अदिती |
| नक्षत्र स्वामी | गुरू |
| राशी | मिथुन,कर्क |
| योनी | मार्जार |
| नाडी | आद्य |
| गण | देव |
| आयन अंश | ८० ते ९३ २०, |
| नक्षत्र पाया | चांदी |
| दान वस्तु | उडीद,तीळ |
| मुख | तिर्यक |
| दृष्टी | सुलोचन |
| नक्षत्र तत्व | वायु |
| नक्षत्र संज्ञा | चर |
| नक्षत्र आराध्य वृक्ष | वेळू/बांबू |
| नक्षत्र पर्यायी वृक्ष | वड |
| धार्यौषधि | रुई |
| क्षेमकर वृक्ष | नागचाफा |
| नक्षत्र प्राणी | मांजर |
| नक्षत्र स्वभाव | चर |
| राशी व्याप्ती | 3 चरणे मिथुन राशीमध्ये,बाकीचे १ चरण कर्क राशीमध्ये |
| चरणाक्षरे(चरणांक) | के(१),को(२),हा(३),ही(४) |
| नक्षत्र नाम मंत्र | ॐ पुनर्वसुभ्यां नमःl |
| नक्षत्र देवता नाममंत्र | ॐ आदित्यै नमःll |
| पौराणिक मंत्र | अदितीः पीतवर्णाश्च स्त्रुवाक्षकमण्डलून l दधाना शुभदा मे स्यात पुनर्वसु कृतारव्या ll |
| नक्षत्र पीडाहर मंत्र | अदितीर्देवमाताच पुनर्वस्वधिपातया l सर्वारिष्ट विनाशाय आदित्यैय नमोनमःll |
नक्षत्र,नक्षत्र देवता, नक्षत्र स्वामी, नक्षत्र आराध्य वृक्ष, नक्षत्र पर्यायी वृक्ष, राशी व्याप्ती, नक्षत्र प्राणी, नक्षत्र तत्व, नक्षत्र स्वभाव, नक्षत्र नाम मंत्र, नक्षत्र देवता नाममंत्र, पौराणिक मंत्र, नक्षत्र पीडाहर मंत्र.
पुनर्वसु
Subscribe to:
Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment