नक्षत्र | रोहिणी |
नक्षत्र देवता | ब्रम्हा किंवा प्रजापती |
नक्षत्र स्वामी | चंद्र |
राशी | वृषभ |
योनी | सर्प |
नाडी | अंत्य |
गण | मनुष्य |
आयन अंश | ४०.०० ते ५३.२० |
नक्षत्र पाया | लोह |
दान वस्तु | दुध |
मुख | ऊर्ध्व |
दृष्टी | अंध |
नक्षत्र तत्व | पृथ्वी |
नक्षत्र संज्ञा | ध्रुव |
नक्षत्र आराध्य वृक्ष | जांभुळ |
नक्षत्र पर्यायी वृक्ष | बेल |
धार्यौषधि | आघाडा |
क्षेमकर वृक्ष | वेळू |
नक्षत्र प्राणी | साप |
नक्षत्र स्वभाव | मृदु |
राशी व्याप्ती | ४ चरण वृषभ राशीत |
चरणाक्षरे(चरणांक) | ओ, वा, वि, वू |
नक्षत्र नाम मंत्र | ॐ रोहिण्यै नमःl |
नक्षत्र देवता नाममंत्र | १) ॐ ब्रम्हणे नमः २) ॐ प्रजापतये नमः |
पौराणिक मंत्र |
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नक्षत्र पीडाहर मंत्र | अहिर्बुंधन्यः सदाश्रेष्ठः
सर्वरक्षणकस्तथा l सर्वारिष्ट विनाशाय तस्मै नित्यं नमो नमःll |
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रोहिणी
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रोहिणी नक्षत्रके स्थान पर अश्विनी नक्षत्रका विवरण हैं, तो रोहिणी नक्षत्रका विवरण दिजीयेगा।
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