| नक्षत्र | शततारका |
| नक्षत्र देवता | वरुण |
| नक्षत्र स्वामी | राहु |
| राशी | कुंभ |
| योनी | अश्व |
| नाडी | आद्य |
| गण | राक्षस |
| आयन अंश | ३०६.४० ते ३२० |
| नक्षत्र पाया | तांबा |
| दान वस्तु | साखर |
| मुख | ऊर्ध्व |
| दृष्टी | मंद |
| नक्षत्र तत्व | जल |
| नक्षत्र संज्ञा | चर |
| नक्षत्र आराध्य वृक्ष | कदंब |
| नक्षत्र पर्यायी वृक्ष | आपटा |
| धार्यौषधि | कमल |
| क्षेमकर वृक्ष | ज्येष्ठमध,चिंच |
| नक्षत्र प्राणी | घोडा |
| नक्षत्र स्वभाव | चर |
| राशी व्याप्ती | ४ हि चरण कुंभ राशीमध्ये |
| चरणाक्षरे(चरणांक) | गो(१),सा(२),सी(३),सू(४) |
| नक्षत्र नाम मंत्र | ॐ शतभिषजे नमःl |
| नक्षत्र देवता नाममंत्र | ॐ वरुणाय नमः ll |
| पौराणिक मंत्र | वरुणं सततं वंदे सुधाकलश धारीणम् l पाशहस्तं शतभिशग् देवतां देववंदीतम ll |
| नक्षत्र पीडाहर मंत्र | पाशहस्तंच वरुणं यादसां पतिमीश्वरं l सर्वारिष्ट विनाशाय तेभ्यो नित्यं नमो नमःll |
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शततारका
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