| नक्षत्र | उत्तरा(फाल्गुनी) |
| नक्षत्र देवता | अर्यमा |
| नक्षत्र स्वामी | रवि |
| राशी | सिंह,कन्या |
| योनी | गो |
| नाडी | आद्य |
| गण | मनुष्य |
| आयन अंश | १४६.४० ते १६० |
| नक्षत्र पाया | |
| दान वस्तु | मोती |
| मुख | ऊर्ध्व |
| दृष्टी | अंध |
| नक्षत्र तत्व | वायु |
| नक्षत्र संज्ञा | ध्रुव |
| नक्षत्र आराध्य वृक्ष | पायरी(पिंपरी) |
| नक्षत्र पर्यायी वृक्ष | अर्जुन |
| धार्यौषधि | कडु पडवळ |
| क्षेमकर वृक्ष | अर्जुन,तुळस |
| नक्षत्र प्राणी | गाय |
| नक्षत्र स्वभाव | शुभ |
| राशी व्याप्ती | १ ले चरण सिंह राशीमध्ये,बाकीचे ३ चरण कन्या राशीमध्ये |
| चरणाक्षरे(चरणांक) | टे(१),टो(२),पा(३),पी(४) |
| नक्षत्र नाम मंत्र | ॐ उत्तरा फाल्गुनीभ्यां नमःl |
| नक्षत्र देवता नाममंत्र | ॐ अर्यम्ने नमःll |
| पौराणिक मंत्र | संपूजयाम्यर्यमणं फाल्गुनी तार देवताम् l गायत्री मंत्रः धुम्रवर्णं रथारुढं सुशक्तिकरसंयुतम् ll |
| नक्षत्र पीडाहर मंत्र | उत्तराधिपतिश्चैव लोकसंरक्षकस्तथा :l सर्वारिष्ट विनाशाय तस्मै नित्यं नमो नमःll |
नक्षत्र,नक्षत्र देवता, नक्षत्र स्वामी, नक्षत्र आराध्य वृक्ष, नक्षत्र पर्यायी वृक्ष, राशी व्याप्ती, नक्षत्र प्राणी, नक्षत्र तत्व, नक्षत्र स्वभाव, नक्षत्र नाम मंत्र, नक्षत्र देवता नाममंत्र, पौराणिक मंत्र, नक्षत्र पीडाहर मंत्र.
उत्तरा
Subscribe to:
Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment