नक्षत्र | श्रवण |
नक्षत्र देवता | विष्णु |
नक्षत्र स्वामी | चंद्र |
राशी | मकर |
योनी | वानर |
नाडी | अंत्य |
गण | देव |
आयन अंश | २८० ते २९३.२० |
नक्षत्र पाया | तांबा |
दान वस्तु | जेवण |
मुख | ऊर्ध्व |
दृष्टी | सुलोचन |
नक्षत्र तत्व | पृथ्वी |
नक्षत्र संज्ञा | चर |
नक्षत्र आराध्य वृक्ष | रुई(अर्क)मंदार |
नक्षत्र पर्यायी वृक्ष | आंबा |
धार्यौषधि | आघाडा |
क्षेमकर वृक्ष | आंबा |
नक्षत्र प्राणी | वानर |
नक्षत्र स्वभाव | चर |
राशी व्याप्ती | ४ हि चरण मकर राशीमध्ये |
चरणाक्षरे(चरणांक) | खी(१),खू(२),खे(३),खो(४) |
नक्षत्र नाम मंत्र | ॐ श्रवणाय नमःl |
नक्षत्र देवता नाममंत्र | ॐ विष्णवे नमः l |
पौराणिक मंत्र | शांताकारं चतुर्हस्तं श्रोणा नक्षत्रवल्लभम् l विष्णु कमलपत्राक्षं ध्यायेद् गरुड वाहन् ll |
नक्षत्र पीडाहर मंत्र | विष्णुं विष्णुं महाविष्णुं महेश्वरं l सर्वारिष्ट विनाशाय नमामि पुरुषोत्तम ll |
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श्रवण
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